कर्पूरी ठाकुर के बारे में
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मुझे भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर के जीवन पर पुस्तक लिखने का काम मिला है।
यह जिम्मेदारी मुझे एक प्रतिष्ठित संस्थान ने दी है।
सन 1972-73 में मैं समाजवादी कार्यकर्ता की हैसियत से कर्पूरी जी का निजी सचिव था।बाद में मुख्य धारा की पत्रकारिता से जुड़ा।
इसलिए मैं जानता हूं कि बिहार में और बिहार के बाहर भी कर्पूरी ठाकुर का असंख्य लोगों से निकट का संबंध रहा था।
उनमें से अनेक लोग अब इस दुनिया में नहीं हैं।
पर,बहुत सारे हमारे बीच मौजूद हैं।
मेरा निवेदन है कि जिनके पास कर्पूरी जी से संबंधित कोई प्रेरक संस्मरण,तथ्य या अन्य सामग्री उपलब्ध हों,वे मुझे उपलब्ध कराएं,यदि चाहें तो।
इस अपील के साथ मैं अपना मो.नंबर दे रहा हूं।इस नंबर पर व्हाट्सेप्प भी है।
मुझे व्हाट्सेप पर सूचित करें।जरूरत पड़ने पर पोस्टल एड्रेस और ईमेल एड्रेस भी भेज सकता हूं।
कर्पूरी जी पर पहले भी कई अच्छी पुस्तकें आ चुकी हैं।उनमें जो कुछ जानकारियां छप चुकी हैं,उसके दोहराव से कोई लाभ नहीं।
-----सुरेंद्र किशोर
मो.नंबर--933 411 65 89
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