डी.जे. का राक्षसी शोर
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सुरेंद्र किशोर
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जिस समारोह में डी.जे.बजाया जाता है,उसमें मैं नहीं जाता।
कहीं गैर जानकारी में चला भी गया तो भारी शोर से परेशान होकर तुरंत ‘होस्ट’ को बताए बिना धीरे से निकल भागता हूं।
इस ‘राक्षसी शोर’ से आप खुद भी बचिए और अपने परिवार के बुजुर्गों-बच्चों को भी बचाइए।
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18 अक्तूबर 24
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