कल एक जानकार व्यक्ति एक टी.वी.चैनल पर बोल रहा था-
‘‘‘क्रिश्चियन कर्नाटका में तो धर्मांतरण विरोधी अधिनियम का विरोध कर रहे हैं ।
किंतु उसी समुदाय के लोग केरल में ऐसे कानून की सख्त जरूरत बता रहे हैं।’’
क्या यह खबर सही है ?
यदि सही है तो
आखिर ऐसा दोहरा मापदंड क्यों भाई ?
................................
27 जनवरी 22
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें