मुक्तिबोध ने पूछा था,
‘‘पार्टनर,तुम्हारी पालिटिक्स क्या है ?’’
..................................
पिछड़ा आरक्षण पर आपकी क्या राय है प्रशांत किशोर जी ?
.................................
यदि आप बिहार में अपनी राजनीतिक गतिविधियां
शुरू करना चाहते हैं तो लोग आपसे यदा कदा एक सवाल पूछ सकते हैं।
वह यह कि
‘‘पिछड़ा आरक्षण पर आपकी क्या राय है।’’
क्योंकि बिहार की राजनीति का अब यह एक मूल तत्व है।
.................................
चूंकि राजनीतिक और समाजिक मामलों में आपकी खुद की स्पष्ट राय आनी अभी बाकी है,इसलिए उपर्युक्त सवाल जरूरी है।
पिछड़ा आरक्षण पर लोगों की अलग -अलग राय रही है।
कुछ लोग चाहते हैं कि
1.-आरक्षण का दायरा बढ़ाया जाना चाहिए।
2.-कुछ अन्य लोग चाहते हैं कि आरक्षण के प्रावधान को ही समाप्त कर देना चाहिए।
3.-कुछ लोग चाहते हैं कि इसे और अधिक लाभकारी बनाने के लिए इसकी समीक्षा होनी चाहिए।
4.-यह राय भी है कि आरक्षण का लाभ कुछ ही मजबूत जातियों तक सिमटा न रहे , इसका भी उपाय हो।
..................................
आपकी अपनी भी कोई स्पष्ट राय जरूर होगी,भले वह कम से कम मुझे नहीं मालूम।
अब आपको उस राय को सार्वजनिक रूप में घोषित करना पड़ेगा।
तभी आपके बारे में बिहार के जागरूक लोग अपनी राय
स्थिर करेंगे।
............................
सुरेंद्र किशोर
4 मई 22
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें