मंगलवार, 20 जुलाई 2021

     2013 के अनंतमूत्र्ति के बाद 2021 के 

     मुन्नवर राणा की पीडा़ सुनिए !

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     --सुरेंद्र किशोर--

ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित कन्नड़ लेखक डा.यू.आर.

अनंतमूत्र्ति ने 19 सितंबर, 2013 को कहा था कि 

‘‘मैं ऐसे देश में रहना पसंद नहीं करूंगा जिस देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी होंगे।’’

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उनकी इच्छा के खिलाफ मई, 2014 में नरेंद्र मोदी प्रधान मंत्री बन गए।

उसके बाद भी अनंतमूत्र्ति जी इसी देश में रहे।

अगस्त, 2014 में बंगलुरू में उनका निधन हुआ।

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अब मुन्नवर राणा कह रहे हैं कि 2022 में यदि योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश विधान सभा का चुनाव जीत गए तो मैं यह राज्य छोड़कर कोलकाता में बस जाऊंगा।’’

  खैर ,राणा साहब देश नहीं छोड़ेंगे !

मुन्नवर राणा जैसे लोगों का ममता बनर्जी पर विश्वास तो देखिए !

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लेकिन सवाल है कि इस शायर महोदय के पुत्र को तो फिलहाल उत्तर प्रदेश में ही रहना पड़ेगा।

  क्योंकि उस पर आरोप है कि उसने अपने चाचा को फंसाने के लिए खुद पर गोलियां चलवाई थीं।

संपत्ति का झगड़ा जो न कराए !

 मुन्नवर इस बात पर नाराज हैं कि पुलिस उनके पुत्र की तलाश में रात में उनके घर क्यों गई थी ?

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दरअसल योगीराज ने यू.पी.के उन सारे ‘ऊंटों’ को पहाड़ के नीचे ला दिया है जो कभी समझते थे कि कानून के लंबे हाथ भी उनतक नहीं पहुंच सकते।

हां,यदि यू.पी.में राजपाट बदल गया तो वे सारे ऊंट एक बार फिर पहाड़ को रौंदने लगेंगे।

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--सुरेंद्र किशोर

20 जुलाई 21

  


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