गुरुवार, 23 जून 2022

 वंशवादी-परिवारवादी दल का हश्र

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यदि किसी वंशवादी -परिवारवादी राजनीतिक दल का उत्तराधिकारी

अदूरदर्शी हो,अयोग्य हो और सत्तालोलुप हो,तो उस दल का वही हश्र होता है जो शिवसंेना का हो रहा है।

   ऐसे अन्य दलों का भी देर -सबेर यही हश्र होना है जिन दलों के उत्तराधिकारी योग्य नहीं हैं।

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   याद रहे कि उद्धव ठाकरे ने मुख्य मंत्री पद के लिए बाल ठाकरे की राजनीति की मूल स्थापनाओं को भी तिलांजलि दे दी है।

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सुरेंद्र किशोर

22 जून 22 


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