फोन -शिष्टाचार
------------
सुरेंद्र किशोर
----------
यदि आप किसी को फोन कर रहे हैं तो पहले अपना पूरा नाम बता दीजिए।
यह मान कर मत चलिए कि आपकी आवाज उस तरफ वाला तुरंत पहचान लेगा।
यदि आप किसी अन्य शहर से बोल रहे हैं तो पहले उस शहर का नाम बताइए।
यह भी संभव है कि सुरेंद्र नाम के उसके मित्रों की संख्या एक से अधिक हो और कई स्थानों में कई सुरेंद्र हों।
इसलिए पूरा नाम बताना जरूरी है।
जब आप निश्ंिचत हो जाएं कि आपको उसने पहचान लिया तभी जरूरी बात पर आइए।
फोन पर संक्षेप में सिर्फ जरूरी बात कीजिएगा तो बेहतर रहेगा।यदि दोनों को लंबी बातचीत की आदत है तब तो कोई बात नहीं।
अन्यथा, वह अगली बार आपका फोन उठाएगा ही नहीं।
फोन पर बातचीत मुलाकात का विकल्प नहीं है।
--------------
नोट--इस संबंध में अन्य सुझाव आमंत्रित है।
-----------------
17 अगस्त 24
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें