आसान प्रतियोगिता !
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भ्रष्टों के बीच प्रतियोगिता बहुत ही कड़ी है।
क्योंकि उस क्षेत्र में प्रतिभागियों की संख्या अपार है।
इसलिए वहां ‘‘ओलम्पिक मेडल’’मिलना यानी शीर्ष पर
पहुंचना बहुत ही मुश्किल है।
दूसरी ओर, ईमानदारों के बीच की प्रतियोगिता बहुत ही कम और आसान है।
क्योंकि इस क्षेत्र में उम्मीदवार बहुत ही कम है।
जहां रहिए, शीर्ष पर रहिए !!
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इसलिए आसान प्रतियोगिता में शामिल होइए।
इस क्षेत्र में प्रतियोगिता जीत कर
शीर्ष पर पहुंचना अपेक्षाकृत
बहुत ही आसान है।
आसान रास्ता उपलब्ध है ही तो
कठिन राह क्यों चुनना ??
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----सुरंेद्र किशोर
9 अगस्त 24
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