शराबी जब पार्टी का सदस्य
नहीं बन सकता तो उसे कोई
पुरस्कार या सम्मान क्यों ?
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--सुरेंद्र किशोर--
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ड्रग्स या मदिरा पान करने वालों को किसी तरह के सरकारी सम्मान या पुरस्कार के योग्य नहीं माना जाना चाहिए।
इससे राज्य में शराबबंदी लागू करने वाली सरकार को नैतिक बल मिलेगा।
केंद्र सरकार इस मामले में जो करे,किंतु जिन राज्य सरकारों ने शराब बंदी लागू की है,कम से कम वे सरकारें तो शराब पीने वालों को पुरस्कृत न करें।
यदि किसी के बारे में यह पता चले कि मदिरा पान के कारण ही उनका निधन हुआ है तब तो उन्हें मरणोपरांत भी कोई पुरस्कार-सम्मान न मिले।
कांग्रेस की सदस्यता पाने के लिए आज भी यह एक जरूरी शत्र्त है कि वह व्यक्ति मदिरा पान नहीं करता हो।
जाहिर है कि स्वतंत्रता सेनानियों ने यह नियम बनाया था।
आज की राजनीतिक पीढ़ी को उन स्वतंत्रता सेनानी की अच्छी मंशा को ध्यान में रखना चाहिए।
--कानोंकान ,प्रभात खबर
पटना-12 नवंबर 21
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हाल में इकाॅनामिक्स टाइम्स में छपी एक खबर के अनुसार कांग्रेस उपर्युक्त शत्र्त से अपने भावी सदस्यों को मुक्त कर देना चाहती है।
उसके अनुसार जमाना बदल गया है।
इसके लिए वह शायद कोई समिति भी बनाने वाली है।
कांग्रेस जो करे ,पर बाकी लोग जिनके दिल में स्वतंत्रता सेनानियों के लिए सम्मान बचा है,वे तो ऊपर लिखी मेरी सलाह को सकारात्मक ढंग से लेंगे,ऐसी उम्मीद है।
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