पंजाब से एक बार फिर चिंताजनक खबरें
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‘‘पंजाब में जो कुछ हो रहा है,उसकी जड़ें उस घोर अराजक किसान आंदोलन में भी हंै जिसे खाद-पानी देने का काम कांग्रेस,आम आदमी पार्टी समेत अन्य विपक्षी दलों ने भी किया था।
---ट्विटर पर राजीव सचान,
राष्ट्रीय सहारा,
24 फरवरी 23
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अपने एक साथी की गिरफ्तारी के खिलाफ खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के समर्थकगण गुरुवार को तलवार और अन्य घातक हथियार लिए पुलिस से भिड़ गए।
छह पुलिसकर्मी घायल हो गये।
उसे रिहा करने का आश्वासन पुलिस को देना पड़ा।
यह घटना अमृतसर जिले के एक पुलिस थाने में हुई।
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इस घटना ने अस्सी के दशक की याद दिला दी जब भिंडरवाले ने पंजाब को अस्थिर कर रखा था।
पंजाब विधान सभा के गत चुनाव के नतीजे आने के बाद यह आम चर्चा थी कि
पृथकतावादी खालिस्तानियों का समर्थन ‘आप’ को मिल गया था।
नतीजतन ‘आप’ सरकार ने कल खालिस्तानियों के सामने घुटने टेक दिए।
देखते जाइए,आगे- आगे क्या-क्या होता है !!!
लक्षण अच्छे नहीं हैं।
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24 फरवरी 23
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