भीषण टैक्स चोरी में लगे सफेदपोश
अपराधियों पर कार्रवाई जरूरी
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कोलकाता की आबादी डेढ़ करोड़ है।
चंडीगढ ़की आबादी मात्र 11 लाख है।
किंतु प्रत्यक्ष कर में चंडीगढ़ कोलकाता से
ज्यादा हिस्सेदारी करता है।
---अभिषेक --दैनिक जागरण-9 अप्रैल 22
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पटना नगर निगम को वित्तीय वर्ष 2015-16 में होल्डिंग टैक्स के मद में करीब साढ़े 32 करोड़ रुपए मिले थे।
जबकि 2021-22 में उसकी आय बढ़कर करीब 98 करोड़ रुपए हो गई।
ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि यह काम निजी एजेंसी को दे दिया गया है।
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मुझे लगता है कि सरकारी करों की वसूली के मामले में केंद्र सरकार व राज्य सरकारों का भी लगभग यही हाल है।
भ्रष्ट अफसरों-कर्मचारियों की मिलीभगत से देश भर में व्यापक कर चोरी हो रही है।
वैसे पिछले कुछ वर्षों में केंद्र सरकार अधिक कर संग्रह कर पा रही है।
पर, इसे और बढ़ाने की अब भी गुंजाइश बनी हुई है।
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यदि कर चोरी बंद हो जाए तो कल्याण,विकास और रक्षा-सुरक्षा मद में अधिक खर्च हो सकेंगे।
नतीजतन कोई बाहरी व भीतरी विरोधी इस देश को नुकसान नहीं पहुंचा पाएगा।
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