जेल जाने के बावजूद मंत्री ??!!
सुप्रीम कोर्ट इस पर स्वतः संज्ञान क्यों नहीं लेता ?
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सुरेंद्र किशोर
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महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक जेल जाने के बावजूद मिनिस्टर बने रहे थे।
दिल्ली के मंत्री जैन साहब भी जेल में हैं।
इसके बावजूद वे मंत्री भी हैं।
पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी जेल गए।फिर भी मंत्री बने हुए हैं।
यह कैसी परंपरा डाली जा रही है ?
इससे पहले तो नेता लोग जेल जाने से पहले मंत्री या मुख्य मंत्री पद से इस्तीफा दे देते थे।
मीडिया ट्रायल से संबंधित सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की ताजा टिप्पणी समयोचित है।
उस पर उन्हें कोई जजमेंट भी दे ही देना चाहिए।कोई मार्ग दर्शन जारी करना चाहिए।
किंतु जेल में भी कोई मंत्री पद पर बना रहे,इसे रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट कुछ नहीं करेगा ?
क्या इसे संविधान की धज्जियां उड़ाया जाना नहीं कहेंगे ?
सुप्रीम कोर्ट के रहते संविधान की धज्जियां उडं़े ?
यदि कोई सरकारी कर्मी जेल चला जाए तो वह तुरंत सेवा से निलंबित हो जाता है।
किंतु नेता जेल जाते ही अपने लिए पहले अस्पताल का इंतजाम कर लेता है।
साथ ही, घटिया व बेशर्म राजनीति के इस दौर में वह मंत्री भी बना रहता है।
बेचारे लालू यादव और जय ललिता का क्या
कसूर था जो उन्हें जेल जाने के लिए मुख्य
मंत्री पद छोड़ना पड़ा था ???!!!
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25 जुलाई 22
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