1977 का लोक सभा चुनाव रिजल्ट
आज की पीढ़ी को चैंकाएगा !
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सुरेंद्र किशोर
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सन 1977 के लोक सभा चुनाव में कांग्रेेस को 154 सीटें मिली थीं।
भारतीय लोक दल यानी जनता पार्टी को 295 सीटें मिलीं।
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उस चुनाव में एक अपवाद को छोड़कर (संभवतः छिन्दवाड़ा)
कांग्रेस अमृतसर से कलकत्ता तक साफ थी।
कांग्रेस को मिली 154 में से 89 सीटें दक्षिण के सिर्फ चार राज्यों से मिलीं।
वे राज्य थे--
आंध्र प्रदेश,
कर्नाटका,
केरल
और तमिलनाडु।
जनता पार्टी को दक्षिण के उन चार राज्यों से सिर्फ 3 सीटें मिलीं।
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मुझे याद नहीं कि तब किसी ने कहा था कि देश उत्तर-दक्षिण में डिवाइड हो गया।
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जयप्रकाश नारायण के दबाव से चार प्रतिपक्षी दलों ने मिलकर जल्दी-जल्दी जनता पार्टी तो बना ली।
पर, उसे इतनी जल्दी चुनाव आयोग से चुनाव चिन्ह आबंटित नहीं हो सका।
इसलिए जनता पार्टी के उम्मीदवारों ने चरण सिंह के नेतृत्व वाले भारतीय लोक दल के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ा।
चुनाव चिन्ह था--हलधर किसान।
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पुनश्चः-
हमलोगों ने अपने गांव में एक कहावत सुनी थी-
‘‘सावन में सियार जनमलन,
भादो में बाढ़ आइल,
त कहलन कि अइसन बाढ़
त हम पहिले कबो ना देखलीं।’’
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4 दिसंबर 23
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