‘‘खुदी को कर बुलंद इतना
के हर तहरीर से पहले
खुदा बन्दे से पूछे
के बता तेरी रजा क्या है।’’
.......................
अल्लामा इकबाल का यह शेर
व्यक्ति पर भी लागू हो सकता है और
देश पर भी।
............................
देश को बुलन्द करने के लिए सरकारी
भ्रष्टाचार को कम करके न्यूनत्तम स्तर पर लाना
अत्यंत जरूरी है।
ताकि, सार्वजनिक धन लूट में न चला जाए।
ताकि ,उन पैसों को बचाकर उसे लोगों के कल्याण व
देश की आंतरिक -बाह्य सुरक्षा पर खर्च
किया जाए।
.................
व्यक्ति के बुलंद होने के लिए उसे विनम्र, मेहनती और विद्या
व्यसनी बनने की सख्त जरूरत है।
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--सुरेंद्र किशोर -- 17 जून 20
के हर तहरीर से पहले
खुदा बन्दे से पूछे
के बता तेरी रजा क्या है।’’
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अल्लामा इकबाल का यह शेर
व्यक्ति पर भी लागू हो सकता है और
देश पर भी।
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देश को बुलन्द करने के लिए सरकारी
भ्रष्टाचार को कम करके न्यूनत्तम स्तर पर लाना
अत्यंत जरूरी है।
ताकि, सार्वजनिक धन लूट में न चला जाए।
ताकि ,उन पैसों को बचाकर उसे लोगों के कल्याण व
देश की आंतरिक -बाह्य सुरक्षा पर खर्च
किया जाए।
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व्यक्ति के बुलंद होने के लिए उसे विनम्र, मेहनती और विद्या
व्यसनी बनने की सख्त जरूरत है।
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--सुरेंद्र किशोर -- 17 जून 20
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