जितने के हकदार हैं,राहुल गांधी
जी को उतना ही श्रेय दीजिए !
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सुरेंद्र किशोर
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जो लोग कर्नाटका फतह का श्रेय पूरा श्रीमान राहुल गांधी को दे रहे हैं,मेरा मानना है कि उनकी गलतफहमी अगले चुनाव में दूर हो जाएगी।
दरअसल,हाल के कर्नाटक विधान सभा चुनाव में मुख्यतः तीन फैक्टर कारगर रहे।
1.-वहां अक्सर मौजूदा सरकार चुनाव हार जाती है।
ऐसा कई दशकों से हो रहा है।
इस बार हारने की बारी भाजपा सरकार की थी।
2.-कुछ भाजपा नेताओं के ‘40 प्रतिशत कमीशन’ की चर्चा ने कांग्रेस के पक्ष में काम किया।
3.-पिछले कुछ चुनावों से देश के अधिकतर मुस्लिम मतदातागण एक ही दल को वोट दे रहे हैं।
इस एकतरफा वोटिंग का लाभ गत चुनावों में ममता बनर्जी,ं माकपा(केरल ) और उत्तर प्रदेश में सपा को मिल चुका है।
इस बार बारी कर्नाटका में कांग्रेस की थी।
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अब इसमें भारत जोड़ो यात्रा का कहां और कैसा रोल दिखाई पड़ता है ?
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इसके विपरीत भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हुए उप चुनावों में भी कांग्रेस की हार हुई थी।
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जांलधर के कांग्रेसी सांसद संतोख सिंग चैधरी उसी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ‘शहीद’ हो गये थे।
यात्रा में दिल के दौरे से उनकी मृत्यु हो गई।
हाल के उप चुनाव में उनकी विधवा को,जिसे कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया था, हार का मुंह देखना पड़ा।
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14 मई 23
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