क्या शुरू हो गया
‘‘सभ्यताओं का संघर्ष’’ ?!!
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नब्बे के दशक में अमरीकी राजनीतिक वैज्ञानिक सेम्युएल
पी. हंटिग्टन ने लिखा था कि शीत युद्ध की समाप्ति के बाद अब देशों के बीच नहीं बल्कि सभ्यताओं के बीच संघर्ष होगा।
उस संघर्ष में चीन इस्लामिक देशों के साथ रहेगा।
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तब भारत के बहुत सारे सेक्युलर नेताओं व बुद्धिजीवियों ने हंटिग्टन की सख्त आलोचना की थी।
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पर, आज दुनिया में क्या हो रहा है ?
1.-आर्मेनिया बनाम अजरबैजान के बीच जारी युद्ध में कैसी लामबंदी हो रही है ?
आगे और क्या-क्या होने वाला है ?
2.-‘फ्रांस बनाम मुस्लिम देश’ क्यों हो रहा है ?
मुस्लिम देशों ने फ्रांसीसी सामानों को खरीदना बंद कर देने का निर्णय किया है।
आगे और क्या -क्या होने वाला है ?
3.-तमाम तथाकथित सेक्युलर तत्वों की लीपापोती के बावजूद भारत में भी आज क्या-क्या हो रहा है ?
बिहार के चुनाव में भी कुछ अतिवादी तत्व इतने अधिक सक्रिय क्यों हो गये हैं ?
आगे क्या -क्या होने वाला है ?
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इन सवालों के जवाब ढूंढ़ने के बदले हम कब तक शुतुरमुर्ग बने रहेंगे ?
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---सुरेंद्र किशोर--27 अक्तूबर 20
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