उनके बयान की बात कौन
कहे, इमरजेंसी में जेपी के कहीं
आने -जाने की खबर भी नहीं
छपने दी जाती थी
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--सुरेंद्र किशोर--
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16 जुलाई, 1976 को भारत सरकार ने इस देश के अखबारों को यह निदेश दिया था कि
‘‘जयप्रकाश नारयण के कहीं आने-जाने से संबंधित कोई समाचार न छापा जाए।’’
आज कुछ लोग कह रहे हंै कि इस देश में इमरजेंसी (1975-77) जैसे हालात हैं।
क्या आज केंद्र सरकार ऐसा कोई आदेश मीडिया
को दे रही है ?
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8 मार्च 21
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