अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर
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सास बन चुकी बुजुर्ग महिलाओं से एक अपील
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आप जिस तरह अपनी बेटियों की सौ गलतियों
को भी नजरअंदाज कर देती हैं,उसी तरह आप अपनी
पतोहुओं की कम से कम 50 गलतियों को तो माफ
कर दिया कीजिए !
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यह अपील उन पर लागू नहीं होती जो अपनी
बहू को भी अपनी बेटी की तरह ही प्यार-सहारा देती हैं।
क्योंकि शायद उन्हें याद रहता है कि
‘‘सास भी कभी बहू थी।’’
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--सुरेंद्र किशोर-
8 मार्च 21
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