प्रमुख पत्रकार देवेंद्रनाथ का निधन
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सुरेंद्र किशोर
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बहुमुखी प्रतिभा के धनी पत्रकार देवेंद्रनाथ जी का 22 दिसंबर, 2022 को निधन हो गया।वे पूर्व रक्षा मंत्री वी.के. कृष्ण मेनन के भी करीबी थे।
वे साप्ताहिक ‘रविवार’ से भी जुड़े थे।
वे देवघर के मूल निवासी थे।
उनका फिल्मी दुनिया से गहरा संबंध था।
वी.के.कृष्ण मेनन सन 1969 में पश्चिम बंगाल के मिदनापुर से कम्युनिस्टों की मदद से लोक सभा का उप चुनाव लड़ रहे थे।
जीते भी।याद रहे प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के विशेष आग्रह के बावजूद कांग्रेस हाई कमान ने मेनन का 1967 में टिकट नहीं दिया था।
तब तक कांग्रेस पर किसी एक नेता का वर्चस्व नहीं था।
तब देवेंद्रनाथ जी ने उप चुनाव के दौरान मेनन के लिए दुभाषिये का काम किया था।
उस दौरान वे मेनन के काफी करीबी हो गए थे।
मेनन ने देवंेद्रनाथ जी को एक ऐसी बात बताई थी जो इस देश में कम ही लोगों को मालूम रही होगी।
मेनन जीप खरीद घोटाले को लेकर चर्चित व बदनाम हुए थे।
मेनन ने देवेंद्र जी को बताया था कि प्रधान मंत्री आॅफिस की ओर से मुझे एक खास कंपनी के बारे में कहा गया था।उसी के अनुसार मैंने ब्रिटेन की उस कंपनी को जीप की आपूत्र्ति का आॅर्डर दिया था।
मेनन तब ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त थे।
वह कंपनी पहले से बदनाम थी।
लगभग पूरा पैसा एडवांस ले लेने के बावजूद उस कंपनी ने कुछ ही घटिया
जीपों की आपूर्ति की।
देवेंद्र जी ने गत साल मुझे बताया था कि मेनन ने नेहरू जी को बदनामी से बचाने के लिए इस बात का रहस्योद्घाटन नहीं किया।सारी बदनामी खुद ही ले ली।
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हालंाकि नेहरू ने मेनन को केंद्र में रक्षा मंत्री बना कर इसके लिए मेनन को उसका मुआवजा दे दिया था।
1962 में जब भारत चीन से बुरी तरह हार गया तौभी नेहरूजी मेनन से इस्तीफा लेना नहीं चाहते थे।
क्योंकि वे अच्छी तरह जानते थे कि हार के लिए सिर्फ मेनन जिम्मेदार नहीं थे।पर,जब राष्ट्रपति राधाकृष्णन ने नेहरू को बुलाकर ऊंच-नीच समझाया,तभी मेनन का इस्तीफा आया।
पता नहीं,देवेंद्र जी ने खुद यह बात कहीं लिखी है या नहीं।
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ईश्वर देवेंद्रनाथ जी की आत्मा को शांति दे।उनके परिवार को
दुख सहने की ताकत दे।
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28 दिसंबर 22
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