अपने यहां अफगान शरणार्थियों को शरण देने के अमेरिकी आग्रह को अभी तक बांग्ला देश, कजाखस्तान,
कतर,
ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान जैसे देश नकार चुके हैं।
ये सभी मुस्लिम देश हैं।
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---आनंद रंगनाथन
24 अगस्त 21
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यानी, मुस्लिम देश अपने ही समुदाय के पीड़ितों को स्वीकार नहीं कर रहे हैं।
दूसरी ओर, हमारे देश के अनेक सेक्युलर,कम्युनिस्ट तथा जेहादी लोग पर -पीड़कों यानी तालिबानियों की लगातार सराहना कर रहे हैं।
जो लोग सराहना कर रहे हैं, क्या वे लोग भारत को भी इराक,सिरिया और अफगानिस्तान बनाना चाहते हैं ?
इस देश के ऐसे तत्वों से इस देश को कौन बचाएगा ?
हाथ उठाइए !
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--सुरेंद्र किशोर
26 अगस्त 21
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पुनश्चः
पाकिस्तान ने घोषणा की है कि वह तालिबानियों की मदद से कश्मीर को भारत से छीन लेगा।
कश्मीर के अलगाववादी नेता इस विशेष परिस्थिति का लाभ उठाकर भारत को धमका रहे हैं।
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किन -किन राजनीतिक दलों,बुद्धिजीवियों और सेक्युलर संगठनों ने पाक व कश्मीरी नेताओं की इस बात के लिए आलेचना की है ?
कल्पना कीजिए,हमारा देश किस तरह बाहरी व भीतरी दुश्मनों से एक साथ जूझ रहा है।
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