जब तेल आयात लाॅबी ने सन 2013 में
पेट्रोलियम मंत्री मोइली को धमकाया था !!!
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जो लाॅबी मंत्री को धमका सकता था,उसे धमकाने
की ताकत कहां से मिलती थी ?
अनुमान लगाना कठिन नहीं
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--सुरेंद्र किशोर--
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तब मनमोहन सिंह प्रधान मंत्री थे।
हालांकि वास्तविक सत्ता किसके हाथों में थी,यह कोई रहस्य नहीं था।
14 जून, 2013 को तत्कालीन पेट्रोलियम मंत्री विरप्पा मोइली ने एक सनसनीखेज खुलासा किया था।
मोइली ने कहा कि तेल लाॅबी मुझे धमका रही है।ऐसा इसलिए ताकि मैं तेल आयात कम करने का फैसला न लूं।
हर पेट्रोलियम मंत्रियों को लाॅबी धमकाती है।
मोइली ने कहा कि लाॅबी मंत्रालय के फैसलों को प्रभावित करने की कोशिश करती है।कई बार फैसलों को रुकवा दिया जाता है।
आप अंदाज लगा लीजिए कि मंत्री से ऊपर कौन होता है।
रोकता-रुकवाता तो वहीं होगा !!
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नरेंद्र मोदी के शासनकाल में अपने देश में हथियारों का निर्माण काफी बढ़ गया है।
इससे भी हथियार के सौदागर व उनके दलाल इन दिनों दुखी बताए जाते हैं।
हथियारों की दलाली के काम में दिल्ली के कुछ बड़े पत्रकार भी पहले सक्रिय थे।अब दाल नहीं गल रही है।
वे अब क्या कर रहे होंगे ,उसका अनुमान लगा लीजिए।
नीरा राडिया टेप प्रकरण के समय यह खबर आई थी कि एक पत्रकार ने एक नेता को मंत्री बनवाया और उसे मलाईदार मंत्रालय भी दिलवा दिया।
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सुना है कि तब यदा कदा जिस अनाज का निर्यात होता था,उसी का आयात भी होता था। यानी दलालों की दोगुनी कमाई।
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यह कहानी अनंत है।
ऐसे दलालों को इन दिनों कितनी तरजीह मिलती है ?
संकेत हैं कि कम ही मिलती होगी।
बाकी दलाल क्या करते होंगे !
अनुमान लगा लीजिए।
कुछ ज्ञान वर्धन भी कीजिए।
लेकिन सबूत हो तभी।
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10 दिसंबर 21
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