अकबरूद्दीन बनाम यति नरसिंहानंद
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सुरेंद्र किशोर
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अकबरूद्दीन ओवैसी यानी जूनियर ओवैसी ने कुछ साल पहले एक अभूतपूर्व भाषण दिया था।
उनके उस भाषण का विडियो पूरी दुनिया में इलेक्ट्राॅनिक चैनलों पर देखा-सुना गया था।
सन 2012 में आदिलाबाद की सभा में उन्होंने हिन्दुओं को संबोधित करते हुए कहा था कि
‘‘तुम सौ करोड़ हो न,हम 25 करोड़ हैं।
15 मिनट के लिए पुलिस हटा लो तो पता चल जाएगा कि तुम कितने हो और हम कितने हैं।’’
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इस पर अकबरूद्दीन के खिलाफ केस हुआ।
हाल में उनके दल के नेता वारिस पठान ने जानकारी दी कि
अकबरूद्दीन को अदालत ने इस मामले में दोषमुक्त कर दिया है।
जाहिर है कि हैदराबाद की पुलिस ने अभियोजन चलाया था।यानी, ओवैसी के ‘‘अनुकूल न्याय’’ दिलवा दिया गया।
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हाल में हरिद्वार में
आयोजित धर्म संसद में तो हिन्दू संत यति नरसिंहानंद ने अति कर दी।
उन्होंने मुसलमानों से हिन्दू धर्म पर भारी खतरा बताया।
साथ ही, हिन्दू युवकों का आह्वान करते हुए कहा कि ‘‘तुम प्रभाकरण और भिंडरवाला बनो।’’
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उत्तराखंड की भाजपा सरकार की पुलिस ने नरसिंहानंद पर आदि मुकदमा किया है।
पर सिनियर ओवैसी को उससे संतोष नहीं है।
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सिनियर ओवैसी ने अपने दल की उत्तराखंड शाखा को निदेश दिया है कि वह इस संबंध में केस दायर करे।
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ओवैसी का दोहरा मापदंड
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अकबरूद्दीन के आदिलाबाद स्पीच के बारे में इस बीच जब भी संवाददाताओं ने सिनियर ओवैसी से पूछा तो उन्होंने बस इतना ही कहा कि कोर्ट में मामला है।
यति आदि के खिलाफ भी केस दर्ज हो चुका है तो उन्हें अदालत पर विश्वास करना चाहिए।
पर, अकबरूद्दीन जैसा न्याय यति आदि को कहीं मिल न जाए, यह ओवैसी को मंजूर नहीं।
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वैसे मेरी राय है कि अकबरूद्दीन को दोषमुक्त किया जाना गलत है।
पता नहीं ऊपरी अदालत में दोषमुक्ति के खिलाफ अपील हुई भी है या नहीं।
उसी तरह यदि यति को सजा नहीं मिलेगी तो वह भी गलत होगा।
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पर,सवाल है कि इस देश में कितने लोग चाहते हैं कि देश में कानून का शासन हो।अनेक लोग कुछ और ही चाहते हैं।
वैसे जो समझते हैं कि कानून हाथ में लेना उनके लिए जरूरी है तो वे उसके तहत मिलने वाली सजा के लिए भी खुद को उन्हें प्रस्तुत करना चाहिए।
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अकबरूद्दीन को सजा नहीं हुई तो किसी ने उनकी दोषमुक्ति के खिलाफ कोई आंदोलन नहीं किया।
पर असदुद्दीन ओवैसी कह रहे हैं कि यदि नरसिंहानंद आदि को सजा नहीं हुई तो वे आंदोलन करेंगे।
यह बात मैं दोनों यानी सभी पक्षों के वैसे लोगों के लिए कह रहा हूं जो ‘‘हेट स्पीच’’ देना अपना धर्म समझते हैं।
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26 दिसंबर 21
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