मंगलवार, 21 दिसंबर 2021

     तीन मंजिले पर बैठा देने के बावजूद

    कुत्ता तो कुत्ता ही रहेगा !!

     ......................................

    --सुरेंद्र किशोर--

    .....................................

साठ के दशक में बिहार के मुख्य मंत्री रहे पंडित विनोदानंद झा कहा करते थे कि 

‘‘यदि कुत्ते को तीन मंजिला पर बैठा दोगे,फिर भी तो वह कुत्ता ही रहेगा।’’

.................

एक संशोधन-

राजनीतिक अवसरवाद के इस कलियुग में आज भी कुत्ते  अनेक कृतघ्न नेताओं से बेहतर होते हैं।

वे जिनकी एक भी रोटी खा लेते हैं,उसकी रक्षा के लिए दौड़ पड़ते हैं।

 पर, राजनीति में तो,यूं कहें तो अन्य क्षेत्रों में भी, अनेक लोग ऐसे हैं जो काम निकल जाने के बाद उन लोगों को भी दुत्कार देते हैं जिन्होंने उन्हें कभी जमीन से उठाकर सिंहासन पर यानी ऊंचे पदों पर बैठा दिया होता है। 

..................................

20 दिसंबर 21 


कोई टिप्पणी नहीं: