शांतिपूर्ण सह अस्तित्व का
एक उपाय यह भी
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किसी भी समुदाय में थोड़े से लोग ही अतिवादी होते हैं।
अतिवाद तरह-तरह के होते हैं।
सभी समुदायों के विवेकशील लोग अपने बीच के अतिवादियों पर काबू रखने की भरसक कोशिश करते रहें।
यदि उस कोशिश में सफल नहीं भी होते हैं तो कम से कम उनका बचाव न करें।
फिर देखिए, कैसे शांतिपूर्ण सह अस्तित्व का बेहतर माहौल इस देश में बनता है।
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यह मेरी सदिच्छा है।
पता नहीं, यह पूरी होगी या नहीं।
फिर भी सदिच्छा पालने में हर्ज ही क्या है ?!
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17 दिसंबर 21.
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