शेरपुर-दिघवारा गंगा पुल तो बनने लगा ,पर
निर्माण की गुणवत्ता पर ध्यान रखना अधिक जरूरी
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सुरेंद्र किशोर
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‘‘दिघवारा के माटी’’(बी.के.लवकेश)
के अनुसार शेरपुर और दिघवारा के बीच गंगा नदी पर बनने वाले छह लेन सड़क पुल का निर्माण कार्य आरम्भ हो चुका है। निर्माण सामग्री स्टाॅक करने के लिए गोदाम तथा कर्मचारियों के रहने के लिए काॅलोनी बनाई जा रही है।
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उसी इलाके के मूल निवासी होने के कारण मुझे ऐसी खबर की प्रतीक्षा थी।
‘‘दिघवारा की माटी’’ को इस सूचना के लिए धन्यवाद !
नजर बनाए रखिए।
क्योंकि इस पुल के बन जाने के बाद उस इलाके का भाग्य पलटने वाला
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आखिर वह शुभ दिन आ ही गया जिसका मुझ सहित लाखों लोगों को इंतजार था।
बिहार के शेर पुर(पटना)-दिघवारा(सारण) छह लेन गंगा ब्रिज
निर्माणाधीन पटना रिंग रोड का हिस्सा है।
इस पुल के लिए सारण के भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी भी सक्रिय व प्रयत्नशील रहे थे।
कुछ महीना पहले स्थल निरीक्षण के बाद मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि शेरपुर-दिघवारा गंगा पुल के बन कर तैयार हो जाने के बाद दिघवारा से नया गांव तक का इलाका ‘न्यू पटना’ बन जाएगा।
पर,मेरा मानना है कि न्यू पटना के बदले वह स्लम बन जाएगा यदि निर्माण-विकास के समय राज्य सरकार की ‘‘के.के.पाठक मार्का’’ कड़ी निगरानी नहीं रहेगी।
पटना एम्स के पास के विकासशील मुहल्ले स्लम में बदलते जा रहे हैं।
अनेक डेवलपर्स पहले अपने नक्शे में तो सड़क,पार्क,स्कूल, अस्पताल के लिए जगह तो दिखा देते हैं।पर बाद में उसे भी बेच देते हैं।
यह सच है कि इस पुल के बनकर तैयार हो जाने पर सारण जिले के एक बड़े इलाके का तेजी से विकास होगा।
विकास के कुछ सरकारी प्रयास होंगे किंतु अधिक तो निजी प्रयास ही होने हैं।
कुछ साल पहले पटना के पास गंगा नदी पर जेपी सेतु के बनकर तैयार हो जाने के बाद से ही पटना के डेवलपर्स परमानंदपुर-नयागांव और आसपास के इलाके में सक्रिय हो गए हैं।
हाल में पता चला कि शेरपुर-दिघवारा पुल की प्रत्याशा में दिघवारा-भेल्दी स्टेट हाईवे के किनारे डेरनी तक जमीन की खरीद-बिक्री शुरू हो गई है।
जमीन खरीदने के इच्छुक लोग बाहर से भी वहां जा रहे हैं।
उद्योगपतियों, चिकित्सकों तथा शिक्षा क्षेत्र आदि में सक्रिय दूरदृष्टि वाले लोगों को भी दिघवारा-नयागांव के आसपास अपने लिए संभावना का आकलन जल्द ही कर लेना चाहिए।
उधर गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक संस्थाओं की अधिक मांग है।
यदि बिहार सरकार उन इलाकों में जरूरत के अनुसार पुलिस थानों व चैकियों की संख्या बढ़ा दे तो उद्योगपतियों में भरोसा जगेगा।(उनमें से कई लोगों से बातचीत के आधार पर ही मैं यह कह रहा हूं।)
एक कहावत है कि अमेरिका ने सड़क बनाई और सड़क ने अमेरिका को बना दिया।
दिघवारा -भेल्दी स्टेट हाईवे स्थित खानपुर-भरहापुर बाजार ही मेरा पुश्तैनी गांव (भरहापुर) है।
पटना से वहां जाना मेरे लिए भी बहुत आसान हो जाएगा,जब शेरपुर -दिघवारा पुल बन कर तैयार होगा।
बनकर तैयार होने का लक्ष्य तो फिलहाल तीन साल का है।पर,देखें,अंततः क्या होता है !
हां,केंद्र और राज्य सरकार तथा निर्माण एजेंसी से यह उम्मीद है कि वे यह सुनिश्चित करें कि निर्माण कार्य टिकाऊ हो।
उम्मीद है कि खगड़िया पुल निर्माण में हुई भीषण लापरवाही से इस निर्माण एजेंसी को शिक्षा मिल चुकी होगी।
जिस एजेंसी को शेरपुर-दिघवारा का काम मिला है,वही खगड़िया वाला पुल बना रही थी।वहां काम इतना घटिया हो रहा था कि निर्माणाधीन पुल गत साल ध्वस्त हो गया।
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शेरपुर -दिघवारा पुल के बनकर तैयार हो जाने के बाद पटना पर से आबादी का बोझ थोड़ा घटेगा।
क्योंकि दिल्ली के यमुना पार की तर्ज पर ही यहां भी गंगा पार
दिघवारा से नया गांव तक कालोनियां भी विकसित हो सकंेगी।
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23 सितंबर 23
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