पटना के आॅटो चालक प्रत्येक फेरे में
100 रुपए रंगदारी देने का बाध्य हैं।
---आॅटो चालक यूनियन
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सुरेंद्र किशोर
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एक आॅटो चालक को बिहार के पटना जिले के दानापुर
या पाटलिपुत्र रेलवे स्टेशन से बैरिया बस स्टैंड जाने में हर बार करीब 100 रुपए अवैध रूप से असामाजिक तत्वों को देना पड़ता है।सब जानते हैं कि उन असामाजिक तत्वों को पुलिस का संरक्षण मिलता है।
यूनियन की शिकायत है कि इस अतिरिक्त खर्च को उठाने के लिए आॅटो चालकों को ओवर लोडिंग करना पड़ता है।
यात्रियों से खचाखच भारे आॅटो अक्सर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं।एक -एक दुर्घटना में एक से अधिक यात्री मर जा रहे हैं।
इस संबंध में 20 अप्रैल 24 को प्रभात खबर ने सचित्र समाचार छापा।
कई दिन बीत जाने के बावजूद पटना की सड़कों पर ट्रैफिक अराजकता मंे कोई फर्क नहीं पड़ा है।
इसका कारण सब जानते हैं।
सिर्फ प्रशासन या राज्य सरकार को असली कारण का पता नहीं है।
पता है भी तो उस कारण को दूर करने में बिहार सरकार असमर्थ है।
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एक पुरानी बात
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नब्बे के दशक में एक रेल पुलिस थाने के थाना प्रभारी
ने मुझे बताया था कि हमारा उच्च अधिकारी कहता है कि चोरों से ट्रेन के पेसेंजर का बक्सा चोरी करवाओ।उसमें से गहना-गुरिया बेच कर हमें अधिक से अधिक पैसे पहुंचाओ।
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2 मई 24
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