नीरव मोदी से पंजाब नेशनल बैंक को रिकवरी के रूप में 24 करोड़ 33 लाख रुपए फिलहाल मिल गए हैं। खबर है कि नीरव के खिलाफ मोदी सरकार की सख्त कार्रवाई के कारण ऐसा हुआ है। हीरा व्यवसायी नीरव मोदी इन दिनों लंदन जेल में है। इस देश के इडी के अनुरोध पर नीरव की पत्नी के खिलाफ इंटरपोल ने रेड काॅर्नर नोटिस जारी कर दिया है।
दूसरी ओर, मनमोहन सरकार ने बोफर्स दलाल के जब्त बैंक खाते को चालू करवाकर दलाली के सारे पैसे निकाल लेने की उसे सुविधा प्रदान कर दी थी।
वी.वी. सिंह की सरकार ने 1990 में स्विस बैंक के लंदन स्थित शाखा के उस खाते को जब्त करवा दिया था। भारत के आयकर न्यायाधिकरण ने कहा था कि बोफर्स की दलाली के पैसों पर आयकर बनता है। एक अफसर को लंदन भेजकर मनमोहन सरकार ने यदि जब्त खाते को चालू नहीं करवाया होता तो इनकम टैक्स के पैसे भारत सरकार के खजाने में आ जाते।
दूसरे बोफर्स दलाल हिन्दुजा के मुम्बई स्थित फ्लैट को आयकर ने जब्त कर पैसे वसूले। यह जब्ती भी मोदी राज में ही संभव हो सकी।
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अब आप ही बताइए कि आम लोग रिकवरी कराने वाली सरकार का समर्थन करें या वैसी पार्टी का जिसकी सरकार ने एक दलाल को लाभ पहुंचाने के लिए सार्वजनिक धन लुटवा दिया ? यह तो एक नमूना मात्र है।
ऐसे ही कारनामों के कारण कांग्रेस व उसके कुछ अन्य सहयोगी दल जनसमर्थन के लिए आज तरस रहे हैं।
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--26 अगस्त 2020
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