2008 में भारत में सक्रिय थे 800 आतंकी कोषांग
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-- सुरेंद्र किशोर --
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देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (2005-10) एम.के.नारायणन ने सन 2008 में कहा था कि
इस देश में करीब 800 टेरर सेल्स यानी आतंकी कोषांग सक्रिय हैं।
जाहिर है कि उनका इशारा इस्लामिक टेरर सेल्स की ओर था।
सवाल है कि जब सन 2008 में इतने अधिक कोषांग थे तो आज कितने हो गए होंगे ?
क्या मोदी सरकार इसके बारे में स्थिति स्प्ष्ट करेगी ?
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एम.के.नारायणन तब सिंगापुर के एक अखबार से बातचीत में उक्त रहस्योद्घाटन किया था।
‘अल्ट्रा सेक्युलर’ मनमोहन सरकार की तरफ से ऐसी स्वीकृति पहली बार की गई थी।
इस 800 वाली चिंताजनक संख्या को देख कर कुछ लोगों को तब लगने लगा था कि शायद उन कोषांगों को नष्ट करने के लिए मनमोहन सरकार कुछ करेगी।
हालांकि यही सवाल जब संवाददाता ने सुरक्षा सलाहकार से पूछा था तो उसका वे कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके थे।
स्वाभाविक ही था।
क्योंकि उसी साल मुम्बई पर आतंकी हमले को कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह आर.एस.एस.का हाथ बता रहे थे।
यदि कसाब पकड़ा नहीं गया होता तो दिग्विजय सदृश्य लोग सफल भी हो गए होते।
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अंत में
मौजूदा सरकार से यह उम्मीद जरूर है कि वह लोगों को इस सवाल पर विश्वास में ले।
यह कि हमारे देश को मौजूदा सरकार अब तक कितना सुरक्षित कर पाई है।
वैसे इस मामले में अधिकतर लोगों को मोदी सरकार पर यह भरोसा है कि वह देश को आतंकियों के हाथों नहीं सौंपेगी।
हाल के वर्षों में आतंकी घटनाएं बहुत कम घटी हैं।यह बात भी मोदी सरकार में लोगों का भरोसा बढा़ती है।
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9 जून 21
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