एक बिन मांगी सलाह जो मानी नहीं जाएगी !
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अपवादों को छोड़ दें तो, सास अपनी बेटी की तो सौ गलतियां माफ कर देती है।
पर, अपनी पतोहू की एक भी गलती माफ नहीं करती।
पतोहू को 50 प्रतिशत गलतियांे को वह माफ करती जाए तो सास भी सुख चैन से रहेंगी और पतोहू भी।
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उसी तरह किसी परिवार में पति की 50 प्रतिशत और पत्नी की 50 प्रतिशत बातों-इच्छाओं का पालन होने लगे तो पारिवारिक कलह को काफी हद तक कम कर देने में मदद मिल जाएगी।
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--सुरेंद्र किशोर
27 जून 21
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