गुरुवार, 24 फ़रवरी 2022

    दोहरा मापदंड

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  हवाला कांड के अपराधी बचा लिए गए थे

  चारा घोटाले के अपराधी सजा पा गए

  हवाला के अपराधी इस देश के बड़े लोग थे

‘चारा’ के अपराधी बड़े तो थे किंतु उतने बड़े नहीं 

न तो हवाला के अपराधी निर्दोष थे और न ही ‘चारा’ के

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 सुरेंद्र किशोर

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 जैन हवाला रिश्वत कांड के लाभुकों में भारत के एक पूर्व राष्ट्रपति ,दो पूर्व प्रधान मंत्री, कई पूर्व मुख्य मंत्री व पूर्व-वत्र्तमान केंद्रीय मंत्री स्तर के अनेक नेता शामिल थे।

वह बहुदलीय घोटाला था।

  पैसे पाने वालों में खुफिया अफसर सहित  15 बड़े -बड़े अफसर भी  थे ।

 आरोप लगा था कि पैसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आई.एस.आई.ने भिजवाए थे।

हवाला कांड में कम्युनिस्टों को छोड़कर लगभग सभी प्रमुख दलों के बड़े नेता शामिल थे।

उनकी संख्या 55 थी।

उनमें से शरद यादव व राजेश पायलट सहित कुछ लाभुकों ने स्वीकार भी किया था कि किसी जैन ने आकर पैसे दिए थे।

सवाल है कि कोई भी व्यक्ति आकर आपको पैसे दे देगा  और आप ले लेंगे ?

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चारा घोटाले के घोटालेबाजों ने भी खुल कर पैसे बांटे।

यहां तक कि छोटे -बडे 55 पत्रकारों को भी ‘चारा’ खिलाए गए थे।

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इन दो घोटालों में हुए भारी धन वितरण की खबर से एक खास बात का पता चला।

पैसों के ‘कुल- गोत्र’ जाने बिना ही बड़े -बड़े नेताओं ने पैसे स्वीकार कर लिए।

इन कांडों से यह साफ हुआ कि  इस देश में लाख में शायद कोई एक ही व्यक्ति ऐसा होगा जिसके यहां कोई घोटालेबाज पैसे लेकर जाए और उसे देने लगे तो वह स्वीकार नहीं करेगा।

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सावधान हो जाइए।

देसी-विदेशी राष्ट्रतोड़क तत्व काफी बड़ी

राशि खर्च कर रहे हैं इन दिनों, इस देश को तोड़ने के लिए।

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22 फरवरी 22


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