सोमवार, 28 जनवरी 2019

भारत रत्नों की सूची में बारी-बारी से 48 नाम अब तक जुड़ चुके हैं।
इन में से 20 नेता केंद्र या राज्य की सत्ता में रह चुके हैं।
इतने भारत रत्नों के बावजूद 
इतनी गरीबी ?
इतना भ्रष्टाचार ?
इतनी अराजकता ?
इतनी भुखमरी ?
इतना आतंकवाद ?
देश की सीमाओं पर इतना दबाव ?
भीतरी देशद्रोहियों का मनोबल सातवें आसमान पर ?
...........
............
और न जाने क्या क्या !
कुछ अन्य देशों को तो वहां के एक या दो रत्नों ने ही 
मिलकर संवार दिया।
पर, दूसरी ओर 1985 में इस देश का हाल यह था कि 100 सरकारी पैसों को घिसकर भ्रष्टों ने उसे 15 पैसा बना  दिया था।तब तक के भारत रत्न टुकुर -टुकुर देखते रह गए थे !
ऐसे रत्न किस काम के ?

कोई टिप्पणी नहीं: