‘‘ बंबई सिटी पुलिस और बंबई के अपराध जगत के बीच साठगांठ के बारे में सी.बी.आई.ने 1986 में एक रिपोर्ट तैयार की थी।
सी.बी.आई.द्वारा नए सिरे से अध्ययन कराया जाना उपयोगी होगा। ’’
-- 1993 में केंद्र सरकार को समर्पित एन.एन.वोहरा समिति की रपट से उधृत।
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जाहिर है कि 1986 के बाद नए सिरे से अध्ययन नहीं कराया गया।कारण अधिकतर लोगों को मालूम है।
नतीजतन 1993 के बाद इस मामले में स्थिति और बिगड़ी है।
नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो की मुम्बई आदि में ताजा छापेमारियों से यह बात साबित हो रही है कि ड्रग्स के मामले में स्थिति बिगड़ती जा रही है।
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--सुरेंद्र किशोर-15 सितंबर 20
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