बेशर्मी की हद
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इस देश में आज बहस इस बात पर हो रही है कि मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल जेल से सरकार चला सकते हैं या नहीं।
एक ने कहा कि संविधान में ऐसी कोई रोक तो है नहीं।
बेशर्मी की हद है !!!
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अधिक दिन नहीं हुए।
सत्तर के दशक में बिहार के एक बड़े नेता के सामने भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाने की नौबत आई थी।
वे शर्म व हया वाले नेता थे।स्वतंत्रता सेनानी थे।
उन्होंने जेल जाने के बदले आत्म हत्या करना बेहतर समझा।
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यदि ऐसी खबर संविधान निर्माताओं को आज परलोक में
पहुंच जाए तो वे भगवान से प्रार्थना करेंगे कि हमारा अगला जनम वैसे नेताओं के देश में नहीं हो।
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सुरेंद्र किशोर
23 उंतबी 24
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