द्रमुक सांसद ए.राजा की देश विरोधी टिप्पणी
और टू जी मुकदमे की अद्यतन स्थिति
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सुरेंद्र किशोर
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द्रमुक एम.पी.व पूर्व केंद्रीय मंत्री ए.राजा ने कहा है कि भारत एक देश नहीं बल्कि एक उप महाद्वीप है।
यह पढ़कर मुझे तुरंत याद आ गया--
टू जी स्पैक्ट्रम घोटाला मुकदमा अब भी दिल्ली हाईकोर्ट में अपील में है जिसमें राजा जी भी आरोपित हैं।
भले कुछ अनजान प्रवक्ता व एंकर लोग टी.वी.चैनलों पर आए दिन यह सवाल पूछते रहें कि टू जी घोटाला मुकदमे में क्या हुआ ? उनके अनुसार कुछ नहीं हुआ।
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जब भी हमारे देश के कुछ खास नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों वाले मुकदमे तेज होते हैं तो उनमें से अनेक के दिल ओ दिमाग में
पृथकतावादी प्रवृतियां हिलोड़े मारने लगती है।
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सन 1962 के चीनी हमले से पहले तक तब के द्रमुक नेताओं में पृथकतावादी भावना आज की अपेक्षा अधिक प्रबल थी।पर,चीन ने जब हमारे बड़े भूभाग पर कब्जा कर लिया और प्रधान मंत्री नेहरू ने रेडियो प्रसारण में कहा कि अफसोस है कि (माई हर्ट गोज टू असमीज पीपुल)हम अपने कुछ भूभाग को बचा नहीं सके तो द्रमुक नेतागण सहम गये।
उसके बाद तो द्रमुक नेताओं को लगा कि जब पूरा भारत मिलकर अपने भूभाग को नहीं बचा सका तो मद्रास के अलग राज्य बन जाने पर मद्रास खुद को कैसे बचा सकेगा।
उसके बाद द्रमुक नेता कुछ सावधान हो गये।
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पर,उस दल की आज की पीढ़ी तो अपने स्वार्थ में वह सब भूल गयी।जबकि इधर पाक -चीन गठजोड़ की गिद्ध दृष्टि भारत पर है।
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5 मार्च 24
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