फिर पछताए होत का जब
चिड़िया चुग जाए खेत ?
-------------------
जो लोग सी.ए.ए.और एन.आर.सी.का विरोध कर रहे हैं,उनके
वास्तविक उद्देश्य व लक्ष्य को जल्द से जल्द समझ लीजिए।
अभी नहीं समझिएगा तो 10-15 साल बाद समझने के लिए कुछ भी नहीं बचेगा।
---------------
सुरेंद्र किशोर
24 मार्च 24
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें