इस भीषण गर्मी में भी अधिकतर छोटे- बड़े नेता लोग निरंतर प्रचार कार्य में लगे हुए हैं।
मंच पर कभी बेहोश हो जाने के बाद भी फिर काम
में लग जा रहे हैं।अस्पताल में शायद ही कोई भर्ती हो रहा रहा है।कोई थकावट नहीं,कोई बीमारी नहीं।
इन्हीं नेताओं में से कुछ के खिलाफ यदाकदा मुकदमे चलते रहते हैं।ये लोग जेल भी जाते हैं।
पर जेल क्या जाएंगे,गिरफ्तार होते ही अधिकतर नेता अस्पतालों में भर्ती हो जाते हैं।
मंच पर कभी बेहोश हो जाने के बाद भी फिर काम
में लग जा रहे हैं।अस्पताल में शायद ही कोई भर्ती हो रहा रहा है।कोई थकावट नहीं,कोई बीमारी नहीं।
इन्हीं नेताओं में से कुछ के खिलाफ यदाकदा मुकदमे चलते रहते हैं।ये लोग जेल भी जाते हैं।
पर जेल क्या जाएंगे,गिरफ्तार होते ही अधिकतर नेता अस्पतालों में भर्ती हो जाते हैं।
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