नरेंद्र मोदी गांधी, दीनदयाल उपाध्याय और डा. लोहिया का नाम लेते हैं। उन्होंने आज भी लिया। डा. राम मनोहर लोहिया कहा करते थे कि कम्युनिस्टोंं में राष्ट्रवाद की भावना नहीं है तो जनसंघ में गरीबों के प्रति दर्द नहीं है। हमारी पार्टी में दोनों है।
कम्युनिस्ट तो अब भी उस पर कायम हैं, पर लगता है कि भाजपा ने दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय और लोहिया की गरीबपक्षी नीतियों से प्रभावित होकर मोदी सरकार ने गत पांच साल में अंतिम व्यक्ति के लिए कई काम किए हैं।
इस बार के जनादेश सर्जिकल स्ट्राइक के लिए है तो गरीबपक्षी कार्यक्रमों के लिए भी। उनमें बड़े पैमाने पर शौचालय का निर्माण शामिल है।
शौचालय के अभाव में ग्रामीण महिलाओं की पीड़ा की चर्चा करते हुए डा. लोहिया ने एक बार कहा था कि यदि जवाहरलाल नेहरू देश भर में शौचालय बनवा दें तो मैं उनका समर्थक हो जाऊंगा।
कम्युनिस्ट तो अब भी उस पर कायम हैं, पर लगता है कि भाजपा ने दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय और लोहिया की गरीबपक्षी नीतियों से प्रभावित होकर मोदी सरकार ने गत पांच साल में अंतिम व्यक्ति के लिए कई काम किए हैं।
इस बार के जनादेश सर्जिकल स्ट्राइक के लिए है तो गरीबपक्षी कार्यक्रमों के लिए भी। उनमें बड़े पैमाने पर शौचालय का निर्माण शामिल है।
शौचालय के अभाव में ग्रामीण महिलाओं की पीड़ा की चर्चा करते हुए डा. लोहिया ने एक बार कहा था कि यदि जवाहरलाल नेहरू देश भर में शौचालय बनवा दें तो मैं उनका समर्थक हो जाऊंगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें