शुक्रवार, 10 मई 2019

पार्ट-2
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निर्जन टापू पर निश्चिंत पड़ाव
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हालांकि राजीव और सोनिया ने अपनी छुट्टियों की शुरूआत 30 दिसंबर की दोपहर के बाद की, पर अमिताभ को लेकर विशेष कोचीन -कवाराती उड़ान पर आया हेलिकाॅप्टर इससे अगले दिन वहां पहुंचा।
उनकी पत्नी जया अपने बच्चों और प्रियंका को लेकर चार दिन पहले ही वहां पहुंच गई थीं।
इस रणनीति का लक्ष्य बंगारम में अमिताभ की मौजूदगी पर परदा डाले रखना था।
लेकिन 31 दिसंबर के दिन यह भेद छिपाए छिप न सका क्यांेकि हेलिकाॅप्टर को बंगारम पहंुचने से पहले कवाराती टापू पर ईंधन लेेेने के लिए 50 मिनट के लिए रुकना पड़ा।
बाद में जब वे वापसी के समय कोचीन हवाई अड्डे पर उतरे तो इंडियन एक्सप्रेस के एक फोटो ग्रफर ने उन्हें देख लिया और उसने अमिताभ की गुस्से भरी चेतावनी के बावजूद उनके चार फोटो खींच लिए।
 राजीव के इतालवी ससुराली रिश्तेदारों के अलावा बच्चन परिवार की मौजूदगी ने राजीव के आलोचकों को सबसे अधिक राजनीतिक बारूद उपलब्ध कराया।
विरोधियों का एक सवाल यह था कि अजिताभ के परिवार के लोगों और उनके भाई के साथ रंगरेलियां मना कर आखिर राजीव उन सरकारी अधिकारियों को क्या संकेत भेजने की कोशिश कर रहे हैं जो आजकल स्विट्जरलैंड में अजिताभ की संपत्ति की जांच कर रहे हैं।
कवाराती में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के महा सचिव कुंजी कोया का कहना है कि हेलिकाॅप्टर का इस्तेमाल केवल एक आदमी के लिए किया जाए और वह भी एक ऐसे शख्स के लिए जिसका नाम देश के बड़े स्कैंडल में उलझा हुआ है।
@जारी@ 



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