मंगलवार, 21 मई 2019

आज के ‘दैनिक भास्कर’ में सेफोलाॅजिस्ट योगेंद्र यादव के
लंबे लेख की कुछ पंक्तियां यहां दी जा रही हैं।
वैसे पूरा लेख पठनीय है।
आज के ही ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ में शेखर गुप्त, टाइम्स आॅफ इंडिया में आर.जगन्नाथन और इकोनामिक टाइम्स में प्रणब के लेख भी पढ़ने लायक हंै।
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योगेंद्र यादव ने लिखा है कि 
‘एग्जिट पोल से चुनाव परिणामों को लेकर काफी धुंध छंट गई है।
बाकी कसर 23 तारीख को परिणाम से पूरी हो जाएगी।
अब वक्त है सच का सामना करने का।
पहला बड़ा सच यह है कि इस चुनाव के परिणाम एकतरफा होने जा रहे हैं।
माना कि एग्जिट पोल ‘एग्जैक्ट पोल’ नहीं होते हैं,लेकिन जब सभी सर्वेक्षण एक ही दिशा में इशारा करें तो वह तस्वीर गलत नहीं होती।
 यूं भी यह सच पिछले दो महीनों से हर सड़क, हर ढाबे, हर गाड़ी या पनवाड़ी के यहां सुना जा सकता था।
सीटों के अनुमान में कुछ ऊपर -नीचे हो सकता है, लेकिन बड़ी तस्वीर बदलने की संभावना नहीं दिखाई देती।
बड़ी तस्वीर यह है कि भाजपा गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलने जा रहा है ।
 मोदी सरकार पांच साल के लिए दोबारा सत्ता में वापस आ रही है।
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या भारतीय जनता पार्टी को स्वयं पूर्ण बहुमत मिल जाएगा।
हैरानी जरूर होगी,लेकिन आज इस संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।’
         @--योगेंद्र यादव ‘स्वराज इंडिया’ के अध्यक्ष हैं।@   

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