यदि बिहार के आरा में इस बार भी आर.के.सिंह जैसे ‘अ-राजनीतिक’ और ईमानदार उम्मीदवार जीत गए तो मेरी समझ से दो बातें मानी जाएंगी।
पहली बात तो यह कि इस बार भी जबर्दस्त मोदी लहर चली ।
साथ ही, यह भी माना जाएगा कि दलाल, भ्रष्ट और इस तरह के कुछ अन्य तत्व इतने अधिक प्रभावकारी नहीं रहे जो ‘मोदी लहर’ को भी काट सकें।
पहली बात तो यह कि इस बार भी जबर्दस्त मोदी लहर चली ।
साथ ही, यह भी माना जाएगा कि दलाल, भ्रष्ट और इस तरह के कुछ अन्य तत्व इतने अधिक प्रभावकारी नहीं रहे जो ‘मोदी लहर’ को भी काट सकें।
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