गुरुवार, 16 नवंबर 2017

 रिपब्लिक टी.वी.पर प्रकाश सिंह की यह दूसरी बड़ी स्टोरी 
है।ताजा स्टोरी पटना लोअर कोर्ट के घूसखोर कर्मियों के स्टिंग आपरेशन से संबंधित है।
प्रकाश ने पहली बड़ी और सनसनीखेज स्टोरी इस टीवी के उद्घाटन के दिन ही यानी गत मई में ब्रेक की थी।
उसमें  जेल से मो.शहाबुद्दीन से लालू प्रसाद की फोन पर बातचीत का विवरण था।
उस स्टोरी की भी देश भर में चर्चा हुई थी।
दूसरी बड़ी स्टोरी भी कानून के शासन से जुड़ी है जो कल ब्रेक हुई।
पटना सिविल कोर्ट के कर्मियों द्वारा रिश्वत लेकर काम करते हुए स्टिंग आपरेशन किया था प्रकाश सिंह ने।यह हिम्मत का काम है।ऐसी हिम्मत की पत्रकारिता जगत में कमी होती जा रही है।
 रिश्वत तो अन्य सरकारी दफ्तरों में भी ली जाती रही है।
 पर यह काम ‘न्याय के घर’ में हो तो बात चिंताजनक हो जाती है।फिर कोई कहां जाएगा ?
 यह माना जाता है कि जिसे पुलिस-प्रशासन से  न्याय नहीं मिलता,उसे अदालतों से मिलता है।अनेक मामलों में मिल भी रहा है।
  पर यदि एक मामले मंे भी अदालत मेंे घूस चल जाए तो फिर उससे लोगों का विश्वास हिल जाता है।
यह अच्छी बात है कि रिपब्लिक टी.वी.के स्टिंग आपरेशन को पटना हाई कोर्ट ने गंभीरता से लिया है।उम्मीद है कि हाई कोर्ट विश्वास बहाली का काम करेगा।
  यह किसी न्यूज चैनल और उसके संवाददाता की सफलता है।
 ऐसी रिर्पोंटिंग के लिए जितनी कुशलता और हिम्मत की जरूरत है,वह सब इस चैनल और उसके संवाददाता में मौजूद है।यह लोकतंत्र के लिए अच्छी बात है।
लोकतंत्र की सफलता इसी में है कि उसके चारों प्रमुख स्तम्भ ईमानदारी से काम करते रहें।


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