पूर्व प्रधान मंत्री मन मोहन सिंह ने कहा है कि जी.एस.टी.
लागू करने से ‘कर आतंकवाद’ बढ़ा।उन्होंने यह भी कहा कि संगठित लूट थी नोटबंदी।
उधर वित्त मंत्री अरूण जेटली का तर्क है कि लूट तो 2 -जी और कोल घोटाले थे।जेटली ने यह भी सवाल उठाया है कि ‘टैक्स चोरी रोकने का सिस्टम आतंकवाद कैसे है ?
इस साल के प्रारंभ में उत्तर प्रदेश विधान सभा का चुनाव हुआ।
उसमें गैर राजग दलों ने नोटबंदी को बड़ा मुददा बनाया था।
पर मतदाताओं ने फिर भी भाजपा को सत्ता सौंप दी।
अब गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधान सभा के चुनाव हो रहे हैं।इसमें गैर भाजपा दलों ने नोटबंदी के साथ जी.एस.टी.को भी बड़ा मुददा बनाया है।देखना है कि इन मुद्दों पर वहां मतदाताओं की क्या राय है !
मेरा मानना है कि इस देश की अधिकतर जनता अधपढ़ और अनपढ़ जरूर है,पर वह अपवादों को छोड़कर हमेशा ही चुनावों में देशहित में सही निर्णय ही करती है।
लागू करने से ‘कर आतंकवाद’ बढ़ा।उन्होंने यह भी कहा कि संगठित लूट थी नोटबंदी।
उधर वित्त मंत्री अरूण जेटली का तर्क है कि लूट तो 2 -जी और कोल घोटाले थे।जेटली ने यह भी सवाल उठाया है कि ‘टैक्स चोरी रोकने का सिस्टम आतंकवाद कैसे है ?
इस साल के प्रारंभ में उत्तर प्रदेश विधान सभा का चुनाव हुआ।
उसमें गैर राजग दलों ने नोटबंदी को बड़ा मुददा बनाया था।
पर मतदाताओं ने फिर भी भाजपा को सत्ता सौंप दी।
अब गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधान सभा के चुनाव हो रहे हैं।इसमें गैर भाजपा दलों ने नोटबंदी के साथ जी.एस.टी.को भी बड़ा मुददा बनाया है।देखना है कि इन मुद्दों पर वहां मतदाताओं की क्या राय है !
मेरा मानना है कि इस देश की अधिकतर जनता अधपढ़ और अनपढ़ जरूर है,पर वह अपवादों को छोड़कर हमेशा ही चुनावों में देशहित में सही निर्णय ही करती है।
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