सोमवार, 20 अप्रैल 2020

   अरूंधति की ताजा भारत विरोधी राय !!
     .........................................
सन 2008
----
कश्मीर को भारत से स्वतंत्रता चाहिए--अरुंधति राय।
सन 2010
.................
कश्मीर कभी भारत का अविभाज्य अंग नहीं रहा--अरुंधति राय।
सन 2011
................
 पाकिस्तान ने अपने लोगों के खिलाफ कभी अपनी सेना का 
 इस्तेमाल नहीं किया जिस तरह भारत ने कश्मीर तथा अन्य राज्यों में किया।
--याद रहे कि इस बयान के लिए अरुंधति को बाद में माफी मांगनी पड़ी थी।--
सन् 2013
....................
अफजल को दी गई  फांसी भारतीय लोकतंत्र पर दाग है--अरुंधति राय।
सन 2019
.................
 भारतीय नागरिकों से मेरी अपील है कि यदि एन.पी.आर के लिए सर्वे
करने के लिए सरकारी कर्मचारी आपके घर जाएं तो आप उन्हंे अपना गलत नाम और पता बता दीजिए--अरुंधति राय।
सन् 2020
 ...............
कोरोना संकट की आड़ में भारत सरकार हिन्दू-मुस्लिम के बीच तनाव बढ़ा रही है।
हालात जातीय या सामूहिक संहार की ओर बढ़ रहे हैं--अरुंधति राय।
--------------
अरुंधति ने एक बार इस देश के माओवादियों को गांधीवादी बताया था।
................
अरुंधति राय के इसी तरह के भारत विरोधी बयान समय -समय पर आते ही रहते हैं।जब भी वह जुबान खोलती है,इस देश के खिलाफ आग ही उगलती है। 
...........................
कई लोग इस बात पर आश्चर्य व्यक्त करते हैं कि ऐसे देशतोड़क बयानों को लेकर सुश्री राय के खिलाफ सबक सिखाने वाली कार्रवाई क्यों नहीं होती ?
........................
कार्रवाई नहीं होने के कारण अन्य राष्ट्र विरोधी तत्वों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहन मिलता है।
ठीक उसी तरह जिस तरह इस देश के कुछ निजी इलेक्टाॅनिक चैनलों के डिबेट में बैठकर कई राष्ट्र विरोधी तत्व अक्सर आग उगलते रहते हैं ।
उससे उनके समर्थकगण उत्साहित होकर अपनी गतिविधियां यदाकदा तेज कर देते हैं।
इससे शासन की कठिनाइयां बढ़ जाती हैं।
......................
यह भी आश्चर्य की बात है कि देश में आग लगाने वालों को 
कुछ प्रमुख न्यूज चैनल बढ़ावा क्यों देते हैं ?
संभवतः उन्हें इस बात की समझ ही नहीं है कि टी.आर.पी.-विज्ञापन रेवेन्यू से अधिक महत्वपूर्ण देश की  एकता-अखंडता है।
........................................
----सुरेंद्र किशोर-- 19 अप्रैल 2020

कोई टिप्पणी नहीं: