सोमवार, 27 अप्रैल 2020

कोरोना में ‘घर-वास’

मोबाइल फोन भारत में सन 1995 में आया और स्मार्ट फोन 2009 में। अब तो सोशल मीडिया भी हाजिर है। कल्पना कीजिए कि इन तीनों के आने से पहले कोरोना आ गया होता तो कैसा रहता हमारा जीवन! हमारा ‘घर-वास’ और कितना ‘कष्टदायी’ होता !!

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