किसी ने ठीक ही कहा था,
‘‘पुस्तक देने वाला मूर्ख !
लौटाने वाला महामूर्ख !!’’
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पुस्तक के साथ अन्य पठन-पाठन व संदर्भ सामग्री को भी अब आप जोड़ लीजिए।
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जिस दिन इस देश के लोग होल्डर के साथ लिखने के लिए कलम देने लगें,उसी दिन से आप किताब भी पढ़ने के लिए किसी को देना शुरू कर दीजिएगा।
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आपने ध्यान दिया होगा,बैंक में या कहीं और जब कोई अनजान व्यक्ति कुछ लिखने के लिए आपसे कलम मंागता है तो आप क्या करते हैं ?
आप होल्डर को अपने पास रखकर कलम उसे दे देते हैं।
क्योंकि होल्डर के बिना उसके लिए कलम व्यर्थ ही साबित होगी।
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--सुरेंद्र किशोर
25 अप्रैल 21
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