राज्य सभा का उप सभापति बनने के बाद भी
हरिवंश जी अपने शैक्षणिक गुरु सुरेश गिरि से मिलने उनके यहां गोदना मठिया गए।
बिहार के सारण जिले की रिविलगंज नगर पंचायत के गोदना मठिया मुहल्ले में कबीर की पंक्ति दुहराते हुए हरिवंश ने कहा कि ‘गुरु का स्थान भगवान से भी ऊपर है।’ उप सभापति ने यह भी कहा कि ‘मैं पहले भी आशीर्वाद लेने यहां आता रहा हूं।आगे भी आता रहूंगा।
मेरे जीवन में गुरु का महत्वपूर्ण स्थान है।’
हरिवंश जी का वहां जाना एक साथ कई संदेश देता है।
सभी क्षेत्रों के एहसान फरामोश लोगों को यह संदेश है कि वे हरिवंश से सीखें।
शिष्यों को यह संदेश है कि वे गुरु को न भूलें।
गुरुओं को भी संदेश है कि वे ऐसा आदर्श गुरु बनें जिनको याद कर बड़े पदों पर पहुंचे शिष्यों के सिर भी आदर से झुक जाएं।
हरिवंश जी अपने शैक्षणिक गुरु सुरेश गिरि से मिलने उनके यहां गोदना मठिया गए।
बिहार के सारण जिले की रिविलगंज नगर पंचायत के गोदना मठिया मुहल्ले में कबीर की पंक्ति दुहराते हुए हरिवंश ने कहा कि ‘गुरु का स्थान भगवान से भी ऊपर है।’ उप सभापति ने यह भी कहा कि ‘मैं पहले भी आशीर्वाद लेने यहां आता रहा हूं।आगे भी आता रहूंगा।
मेरे जीवन में गुरु का महत्वपूर्ण स्थान है।’
हरिवंश जी का वहां जाना एक साथ कई संदेश देता है।
सभी क्षेत्रों के एहसान फरामोश लोगों को यह संदेश है कि वे हरिवंश से सीखें।
शिष्यों को यह संदेश है कि वे गुरु को न भूलें।
गुरुओं को भी संदेश है कि वे ऐसा आदर्श गुरु बनें जिनको याद कर बड़े पदों पर पहुंचे शिष्यों के सिर भी आदर से झुक जाएं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें