‘गरीबी हटाओ’ के नारे की पृष्ठभूमि में इंदिरा गांधी ने 1971 का लोकसभा चुनाव अकेले बल पर भारी बहुमत से जीत लिया था। जनसंघ नेता बलराज मधोक ने तब आरोप लगाया कि मतपत्रों पर रसियन स्याही का यह कमाल है।
तब तो संभावतः एक ही ‘मधोक’ थे। तब तक की राजनीति में आज जितने गैर जिम्मेवार नेता पैदा नहीं हुए थे।
2019 के जनादेश को झुठलाने की असफल कोशिश में आज अनेक ‘मधोक’ लग गए हैं। एक बुद्धिजीवी ने तो 2019 के मतदाताओं को इडिएट तक कह डाला। जबकि मेरा तो मानना रहा है कि इस देश के अधिकतर मतदाता कभी गलत नहीं हुए।
यहां तक कि तब भी नहीं जब बिहार में 1991 के लोकसभा चुनाव में और 1995 के बिहार विधानसभा चुनाव में लालू प्रसाद को भारी बहुमत मिला था।
तब तो संभावतः एक ही ‘मधोक’ थे। तब तक की राजनीति में आज जितने गैर जिम्मेवार नेता पैदा नहीं हुए थे।
2019 के जनादेश को झुठलाने की असफल कोशिश में आज अनेक ‘मधोक’ लग गए हैं। एक बुद्धिजीवी ने तो 2019 के मतदाताओं को इडिएट तक कह डाला। जबकि मेरा तो मानना रहा है कि इस देश के अधिकतर मतदाता कभी गलत नहीं हुए।
यहां तक कि तब भी नहीं जब बिहार में 1991 के लोकसभा चुनाव में और 1995 के बिहार विधानसभा चुनाव में लालू प्रसाद को भारी बहुमत मिला था।
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