आने वाले दिनों में बिगड़ते पर्यावरण की बढ़ती समस्या के पूर्वाभास के कारण ही मैंने अपनी बेटी अमृता सिंह को पर्यावरण विज्ञान की पढ़ाई करने की सलाह दी थी।
इसी साल उस विषय में उसे पीएच.डी.की उपाधि भी मिली है। अब तो वह शादीशुदा है। पर जब तक वह हमारे साथ थी, हमें भी उसकी पढ़ाई का लाभ मिलता रहा।
पानी बचाने और साफ-सुथरा रहने आदि की सीख उससे पूरे परिवार को मिलती रही। अब तो साफ-सफाई व पर्यावरण रक्षा उसके स्वभाव का अंग हो चुकी है। जब भी मैं उसके घर जाता हूं, उस घर की सफाई का स्तर देख कर अत्यंत खुशी होती है।
इसी साल उस विषय में उसे पीएच.डी.की उपाधि भी मिली है। अब तो वह शादीशुदा है। पर जब तक वह हमारे साथ थी, हमें भी उसकी पढ़ाई का लाभ मिलता रहा।
पानी बचाने और साफ-सुथरा रहने आदि की सीख उससे पूरे परिवार को मिलती रही। अब तो साफ-सफाई व पर्यावरण रक्षा उसके स्वभाव का अंग हो चुकी है। जब भी मैं उसके घर जाता हूं, उस घर की सफाई का स्तर देख कर अत्यंत खुशी होती है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें