सन 2014 में इस देश के 14 राज्यों में कांग्रेस की सरकारें थीं।
तब तक केंद्र में भी मनमोहन सिंह प्रधान मंत्री थे।
पर,पिछले 8 वर्षों में क्या हुआ ?
अब दो राज्यों में ही कांग्रेस की सरकारें हंै।
कांग्रेस नेतृत्व की यही ‘उपलब्धि’ है।
विनोबा भावे कहते थे कि यदि आपका रसोइया 100 में से 60 रोटियां जला दे तो क्या उसे आप रसोइया बनाए रखेंगे ?
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पर,विनोबा की बात व्यक्तिगत रसोई घर तक सीमित रहती है।
क्योंकि रसोई आपकी है और आटा भी आपका।
पर कुछ राजनीतिक दलों व नेताओं के लिए तो न तो पार्टी उनकी है और न ही देश।
फिर फिक्र करने क्या जरूरत ?
जब तक हो सके दल व देश से फायदा उठा लो।
बाद में देश जाने और दल जाने !
हमारी तो कोई ‘पूंजी’ लगी नहीं है।
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