रविवार, 13 मार्च 2022

 जज ने अपने वेतन से लाचार 

विधवा के बैंक कर्ज चुकाए

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सुरेंद्र किशोर

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यह कहानी भागलपुर जिले के नव गछिया की है।

अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अमिताभ चैधरी ने अपने वेतन के पैसे से एक लाचार विधवा के बैंक कर्ज चुका दिए।

 लोक अदालत में उनके सामने एक सर्टिफिकेट केस आया।

नंदलाल दास ने स्टेट बैंक से कर्ज लिया था।

 कैंसर से उसकी मौत हो गई।

उसका पुत्र मंद बुद्धि का है।

विधवा कर्ज चुकाने की स्थिति में नहीं थी।

कर्ज तो अधिक था कि जज ने मामला का समझौता 25 हजार रुपए में करवाया। 

25 हजार रुपए जज ने स्वयं भगतान कर दिया।

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13 मार्च 22


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